Hindi Poetry on life || Hindi Poetry || Kalamkar15

kalamkaar_15
By -
0

Hindi Poetry on life || Hindi Poetry || Kalamkar15


आपके लिए लेकर आये हैं हिंदी पोएट्री on Life  || Hindi poetry on life || life poetry 2021 || best love shayari and best hindi poetry and love quotes all collection in my blog site kalamkar15.in plz support and comment and share jarur kare apne dosto ke sath


Hindi Poetry on Life || kalamkar15


 मैंने उम्मीदें रखना बहुत पहले छोड़ दिया है . उम्मीदें रखना जेब में सिगरेट का डिब्बा रखने जैसा है वो आपको आपके कमज़ोर क्षणों में कुछ देर का सुकून तो देता है मगर आखिर में उस सुकून के बदले आपको खुद से छीन लेता है . 


मुझे कोई उम्मीद नहीं कि एक बार जाने के बाद तुम कभी भी लौट के आ सकोगी . मगर सिर्फ मेरे समझदार हो जाने से क्या होता है बहुत कुछ है , जो पूरी नासमझी के साथ तुम्हारा इंतज़ार करता ही रहेगा , करता ही रहेगा . 


एक छोटी सी कांच की शीशी है अपने अंदर एक बहुत छोटे से ख़त और आखरी गुलाब के सूखे पत्ते लिये . वो छुपती फिरती है कभी बैग की सबसे अंदर वाली चैन में कभी अलमारी के पीछे कभी घर की सफाई के वक़्त छत के कोने में .


 एक चटक लाल रंग का बैग है मुझे घुमाता फिरता है अपनी कसों से लटकाया हुआ . मैंने बहुत इस्तेमाल किया उसे मगर उसने टूटना फटना सीखा ही नहीं . जब वो कांच की शीशी रख कर तुम तक लाऊँगा शायद उस दिन टूट जाए उसकी कस और मिल जाए उसे मक्ति सारे बोझ से .


एक सिलवटों से भरी सफेद सी शर्ट है जो मुझे साफ मना कर देती है पहनने से . मैंने कई बार कोशिश की उसपर प्रेस करने की मगर सिलवटें उम्मीद की तरह उससे चिपक गयी हैं . मैं उसे फेंकने चला गया था लाल बैग में रखकर मगर वो बैग की चैन से ऐसी उलझी कि वापस घर लाना पड़ा तुमसे मिलने के रोज़ देखना वो बिना प्रेस के सिर्फ हाथ से ही सिलवटें हटवा कर तैयार हो जायेगी .


 एक बिल्कुल बंद पड़ी नई सी घड़ी है जो नया सेल लगाने के बाद भी एक ' टिक ' की आवाज़ तक नहीं करती . एक दिन जब तुम्हारा फोन आया था तब ' टिकटिक ' की आवाज़ से परेशान कर दिया था , फिर फोन कटा और मेरे चेहरे का रंग देख कर वो वापस से बंद पड़ गयी , बिल्कुल चुप . 


किसी रोज़ जब मिलेंगे हम तो तुम देखोगी मैं हाड़ मांस और आत्मा का नहीं बना मैं बना हूँ एक कांच की शीशी , चटक लाल बैग , सफेद सी शर्ट और तेज़ आवाज़ करती एक घड़ी से जिन्होंने कभी उम्मीद नहीं छोड़ी तुमसे मिलने की . 

Azad - Gulaam



Hindi Poetry on life || Hindi Poetry || Kalamkar15


आपके लिए लेकर आये हैं हिंदी पोएट्री on Life  || Hindi poetry on life || life poetry 2021 || best love shayari and best hindi poetry and love quotes all collection in my blog site kalamkar15.in plz support and comment and share jarur kare apne dosto ke sath


Tags:

Post a Comment

0Comments

Post a Comment (0)